Ganesh Chaturthi Quote In Sanskrit | 80+ Ganesh Chaturthi Wishes In Sanskrit
Ganesh Chaturthi Quote In Sanskrit: गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, तो हमने इसी त्योहार को लेके नीचे Ganesh Chaturthi Wishes In Sanskrit दी है जिसे आप पढ़ कर आपका दिन शुभ जाएगा। इसमे हम ये भी बताए गए की Ganesh Chaturthi Kyu Manate Hai.
भगवान गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता (बाधाओं को दूर करने वाले) और बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता माना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखते हैं। यह त्यौहार विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, और तेलंगाना में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
भगवान गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता (बाधाओं को दूर करने वाले) और बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता माना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखते हैं। यह त्यौहार विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, और तेलंगाना में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
इस गणेश चतुर्थी इस वेबसाईट पे आपको गणेश चतुरथईऊ विशेष मिलेगी और गणेश चतुर्थी Wishes मिलेगी वो भी हिन्दी मे, इस Ganesh Chaturthi Quote In Sanskrit को पदके आपका दिल कुछ हो जाएगा और आनद आजाएगा जिसको आप अपने दोस्त या रिस्तेदार को भेजकर उनका भी दिन शुभ कर सकते हो।
गणेश चतुर्थी क्यों मानते है? | Ganesh Chaturthi Quote In Sanskrit
जन्म भगवान गणेश का: पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव के आदेश पर भगवान गणेश को जन्म दिया था। यह दिन गणेश जी के जन्म का प्रतीक है और उनके अद्वितीय स्वरूप को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है।
- पूज्य विघ्नहर्ता: गणेश जी को सब बाधाओं का नाश करने वाला माना जाता है, इसीलिए गणेश जी की पूजा की जाती है ताकि जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयां दूर हों और सफलता प्राप्त हो।
- कार्य प्रारंभ: भगवान गणेश को 'प्रथम पूज्य' भी कहा जाता है, यानी किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पूर्व गणेश जी की पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी के दिन विशेष रूप से लोग नए कार्यों की शुरुआत करते हैं।
- सामुदायिक और सांस्कृतिक उत्सव: गणेश चतुर्थी एक सामुदायिक त्योहार भी है, जहां लोग मिलकर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, जैसे संगीत, नृत्य और नाटकों का आयोजन भी किया जाता है।
- प्रकृति के साथ प्रेम: पारंपरिक गणेश मूर्तियां मिट्टी से बनाई जाती थीं, जो पर्यावरण अनुकूल भी होती थीं। यह त्योहार हमें प्रकृति से जुड़ने और उसका सम्मान करने का संदेश देता है।
गणेश चतुर्थी का यह पर्व भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, जो हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
2. गणेशाय शुभेच्छा: सर्वसिद्धिं कुरु।
3. विघ्नहर्त्रे गणेशाय सुखसमृद्धिं भवतु।
4. गजाननं भजेऽहम्, सर्वमङ्गलकारकं।
5. गणपते नमः। सर्वसंकटविनाशकं भव।
6. गणेश चतुर्थ्यां हर्षं प्राप्नुयात्।
7. गणेशाय नमः। सर्वानन्दं प्राप्नुयात्।
8. गजाननाय प्रणम्यं, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
9. गणाधिपाय नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
10.श्रीविनायकाय शुभेच्छा:। मंगलमयः उत्सवः भवतु।
11. विघ्नविनाशकाय नमः। सदाशिवाय सर्वदा प्रसीदतु।
12. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
13. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
14. गजाननं भजे नित्यं, सिद्धिर्विनायकं वरम्।
15. गणाधिपाय नमो नमः। सिद्धिसंपत्तिं वर्धयतु।
16. श्रीगणेशाय नमः। भक्तिमार्गेण सफलतां ददातु।
17. गजाननाय नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
18. विघ्नविनाशकं गणेशं भजे सर्वदा।
19. गणेश चतुर्थ्यां सुख-समृद्धिं प्राप्तवान् भवतु।
20. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
21. गजाननं भजे भक्त्या, सिद्धिसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
Ganesh Chaturthi Quote In Sanskrit | Ganesh Chaturthi Wishes In Sanskrit
1. श्रीगणेशाय नमः। मङ्गलमूर्ति विनायकाय नमः।2. गणेशाय शुभेच्छा: सर्वसिद्धिं कुरु।
3. विघ्नहर्त्रे गणेशाय सुखसमृद्धिं भवतु।
4. गजाननं भजेऽहम्, सर्वमङ्गलकारकं।
5. गणपते नमः। सर्वसंकटविनाशकं भव।
6. गणेश चतुर्थ्यां हर्षं प्राप्नुयात्।
7. गणेशाय नमः। सर्वानन्दं प्राप्नुयात्।
8. गजाननाय प्रणम्यं, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
9. गणाधिपाय नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
10.श्रीविनायकाय शुभेच्छा:। मंगलमयः उत्सवः भवतु।
11. विघ्नविनाशकाय नमः। सदाशिवाय सर्वदा प्रसीदतु।
12. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
13. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
14. गजाननं भजे नित्यं, सिद्धिर्विनायकं वरम्।
15. गणाधिपाय नमो नमः। सिद्धिसंपत्तिं वर्धयतु।
16. श्रीगणेशाय नमः। भक्तिमार्गेण सफलतां ददातु।
17. गजाननाय नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
18. विघ्नविनाशकं गणेशं भजे सर्वदा।
19. गणेश चतुर्थ्यां सुख-समृद्धिं प्राप्तवान् भवतु।
20. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
21. गजाननं भजे भक्त्या, सिद्धिसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
22. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
23. गणाधिपाय नमः। हर्षसमृद्धिं वर्धयतु।
24. गणेशाय नमः। सर्वदुःखविनाशकं भवतु।
25. श्रीविनायकाय नमः। मंगलमयः दिनं भवतु।
26. गजाननं भक्त्या स्मरामि, सुख-समृद्धिं प्राप्नुयात्।
27. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
28. श्रीगणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
29. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
30. गणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
31. गणाधिपाय नमः। मंगलमयः उत्सवः भवतु।
32. गजाननं स्मरामि, सिद्धिसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
33. श्रीगणेशाय नमः। सर्वसिद्धिं कुरु।
34. विघ्नहर्त्रे गणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
35. गजाननं भजेऽहम्, सर्वसंकटविनाशकं भवतु।
36. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः दिनं भवतु।
37. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
38. गणेशाय नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
39. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः भवतु।
40. श्रीगणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं ददातु।
41. गणाधिपाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
42. गजाननं भजे नित्यं, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
43. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
44. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
45. गणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
46. गजाननं स्मरामि, सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
47. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
48. श्रीगणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
49. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
50. गणेशाय नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
51. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः उत्सवः भवतु।
52. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
53. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
54. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
55. श्रीगणेशाय नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
56. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सुख-समृद्धिं प्राप्नुयात्।
57. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
58. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
59. गजाननं स्मरामि, सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
60. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
61. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
62. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
63. गणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
64. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
65. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
66. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः दिनं भवतु।
67. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
68. श्रीगणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
69. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
70. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं उत्सवः भवतु।
71. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
72. गणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
73. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
74. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
75. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
76. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
77. गणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
78. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः उत्सवः भवतु।
79. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
80. गजाननं स्मरामि, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
81. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
82. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
83. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
84. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
85. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं ददातु।
86. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः दिनं भवतु।
87. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
88. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
89. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
90. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं उत्सवः भवतु।
23. गणाधिपाय नमः। हर्षसमृद्धिं वर्धयतु।
24. गणेशाय नमः। सर्वदुःखविनाशकं भवतु।
25. श्रीविनायकाय नमः। मंगलमयः दिनं भवतु।
26. गजाननं भक्त्या स्मरामि, सुख-समृद्धिं प्राप्नुयात्।
27. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
28. श्रीगणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
29. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
30. गणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
31. गणाधिपाय नमः। मंगलमयः उत्सवः भवतु।
32. गजाननं स्मरामि, सिद्धिसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
33. श्रीगणेशाय नमः। सर्वसिद्धिं कुरु।
34. विघ्नहर्त्रे गणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
35. गजाननं भजेऽहम्, सर्वसंकटविनाशकं भवतु।
36. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः दिनं भवतु।
37. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
38. गणेशाय नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
39. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः भवतु।
40. श्रीगणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं ददातु।
41. गणाधिपाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
42. गजाननं भजे नित्यं, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
43. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
44. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
45. गणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
46. गजाननं स्मरामि, सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
47. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं कुरु।
48. श्रीगणेशाय नमः। सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
49. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
50. गणेशाय नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
51. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः उत्सवः भवतु।
52. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
53. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
54. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
55. श्रीगणेशाय नमः। सर्वसिद्धिं ददातु।
56. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सुख-समृद्धिं प्राप्नुयात्।
57. गणेश चतुर्थी महोत्सवः मंगलमयः अस्तु।
58. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
59. गजाननं स्मरामि, सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
60. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
61. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
62. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं प्राप्नुयात्।
63. गणेशाय नमः। सर्वविघ्नं विनाशयतु।
64. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
65. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
66. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः दिनं भवतु।
67. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
68. श्रीगणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
69. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
70. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं उत्सवः भवतु।
71. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
72. गणेशाय नमः। सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
73. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
74. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
75. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
76. विघ्नहर्त्रे नमः। सर्वसमृद्धिं वर्धयतु।
77. गणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं प्राप्नुयात्।
78. गणेश चतुर्थ्यां मंगलमयः उत्सवः भवतु।
79. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
80. गजाननं स्मरामि, सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
81. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
82. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
83. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
84. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं हृदयं भवतु।
85. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं ददातु।
86. गजाननं स्मरामि, मंगलमयः दिनं भवतु।
87. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
88. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सुख-समृद्धिं वर्धयतु।
89. विघ्नविनाशकं गणेशं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
90. गणेश चतुर्थ्यां भक्तिमयं उत्सवः भवतु।
91. श्रीविनायकाय नमः। भक्तानां मंगलमयः दिनं भवतु।
92. गणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
93. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
94. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
95. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
92. गणेशाय नमः। भक्तानां सुखसंपत्तिं वर्धयतु।
93. गजाननं स्मरामि, सर्वसिद्धिं प्राप्नुयात्।
94. गणाधिपाय नमः। भक्तानां सर्वविघ्नं विनाशयतु।
95. श्रीगणेशाय नमः। भक्तानां सर्वसिद्धिं ददातु।
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